सेना का अग्निवीर बना चोर लुटेरा, छुट्टी पर आया तों अवैध हथियारों से वारदातों कों देनें लगा अंजाम

सेना में ‘अग्निवीर योजना’ को लेकर जहां एक तरफ विपक्ष पूरी तरह से केंद्र सरकार के खिलाफ खड़ा है तो वहीं इस बीच दूसरी तरफ पंजाब से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, यहां सेना का एक ‘अग्निवीर’ छुट्टी पर घर आकर चोर-लुटेरा बन गया। अपराध की दुनिया में उसने ऐसा कदम रखा कि कई वारदातों को अंजाम दे दिया।

आरोपी को अब मोहाली पुलिस ने दो अन्य युवकों के साथ गिरफ्तार किया है। इसके बाद आरोपी के पास से चोरी और लूट के सामान की बरादमगी की गई है। वहीं आरोपी ‘अग्निवीर’ की पहचान इश्मीत सिंह उर्फ ​​ईशू के रूप में हुई है। बताया जाता है कि, मोहाली पुलिस ने इस बारे में सेना को भी जानकारी दे दी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। आरोपी ‘अग्निवीर’ समेत तीनों आरोपियों की उम्र 18 से 22 साल के बीच बताई जा रही है।

पुलिस ने गिरफ्तार किया

पुलिस के मुताबिक इस शख्‍स का नाम इशमीत सिंह है, जो 2022 में अग्निवीर भर्ती हुआ था। इन दिनों यह पश्च‍िम बंगाल में तैनात था। दो महीने पहले यह छुट्टी पर आया, लेकिन घर नहीं गया। दोस्‍त बलकार सिंह और भाई प्रभप्रीत सिंह के साथ मिलकर लूटपाट करने लगा। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।

तीनों पंजाब के फाजिल्का के रहने वाले हैं। इनके पास से अवैध हथियार भी बरामद हुए हैं। तीनों 2 महीने पहले ही बिलोंगी एरिया में किराए का मकान लेकर रह रहे थे। इन्होंने पहले बुलेट चोरी की। इसके बाद एक्टिवा चोरी की। इनके पास देसी कट्टा जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं।

क्‍या है पूरा मामला

एसएसपी संदीप गर्ग ने बताया कि मुख्य आरोपी इशमीत सिंह 2 महीने पहले वेस्ट बंगाल से छुट्टी पर आया था। आते समय इसने रास्ते में कानपुर से अवैध हथियार खरीदे। उन्‍हीं हथियारों की मदद उसने लूटपाट की घटना को अंजाम दिया। तीनों आरोपी फाजिल्का से सिर्फ चोरी करने के लिए आते थे। यह फाजिल्का से बस या ट्रेन के माध्यम से शाम को मोहाली पहुंचते थे और अपने कमरे पर रुक जाते थे। देर रात फिर वारदात को कर इसी वाहन के साथ वापस फाजिल्का जाते थे।

इनसे बरामद किया गया एक्टिवा और बुलेट मोटरसाइकिल भी चोरी का है। यह जाली नंबर लगाकर आगे इन वाहनों को बेच देते थे। मुख्य आरोपी इशमीत सिंह आर्मी की ट्रेनिंग लेकर इतना शातिर हो गया था कि वह कागजों के साथ भी छेड़छाड़ करता था। यह चोरी किए गए वाहनों के फर्जी दस्तावेज बनाकर बेचते थे।

कैसे आए पकड़ में

मोहाली पुलिस के सीआईए स्टाफ को 23 जुलाई को सूचना मिली कि सदर कुराली थाना क्षेत्र में कुछ बदमाश किस्म के लोग घूम रहे हैं। वे किसी भी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। इस पर मोहाली पुलिस के सीआईए स्टाफ ने नाकाबंदी कर तीनों को काबू कर लिया। जब इनसे पूछताछ की गई तो इन्होंने बताया कि 20 और 21 जुलाई की रात को मोहाली के चप्पड़चिड़ी में लूटी गई डिजायर टैक्सी कार की घटना को भी उन्होंने ही अंजाम दिया था।