दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी को बहुत जल्द नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने वाला है.माना जा रहा है कि होली के बाद में बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का ऐलान हो जाएगा. पिछले कुछ दिनों से इंतजार किया जा रहा है कि किसके हाथ में बीजेपी की कमान होगी. सूत्रों के मुताबिक इस पर फैसले का अधिकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया गया है.आगामी विधानसभा चुनाव वाले राज्यों को ध्यान में रखते समीकरण बैठाने में समय लग रहा है. माना जा रहा है कि होली के बाद में जेपी नड्डा के उत्तराधिकारी का फैसला कर लिया जाएगा. इस रेस में भाजपा के पांच दिग्गज नेताओं के नाम चल रहे है.
भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए बड़े नेताओं में मची हैं होड़
भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते लोकसभा चुनाव में दक्षिण में कर्नाटक से इतर दूसरे राज्यों में भी भगवा समर्थन बढ़ने से उत्साहित बीजेपी दक्षिण के चेहरे पर दांव खेल सकती है.यदि ऐसा हुआ तो केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी, बंडी संजय कुमार और प्रल्हाद जोशी में से किसी एक के भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के प्रबल आसार हैं. भाजपा में 2000 से 2004 के बीच लगातार तीन अध्यक्ष, बंगारू लक्ष्मण (तेलंगाना), जना कृष्णामूर्ति (तमिलनाडु) और वेंकैया नायडू (आंध्र प्रदेश) दक्षिण भारत से रहे. उसके बाद पिछले 20 साल से उत्तर भारतीय चेहरा ही अध्यक्ष के रूप में पार्टी की कमान संभाल रहा है.
जी.किशन रेड्डी, केंद्रीय कोयला मंत्री
जी.किशन रेड्डी (64 वर्ष) को अध्यक्ष बनाकर भाजपा ओबीसी और साउथ दोनों को संदेश दे सकती है.उन्हें सरकार और संगठन दोनों का अनुभव है.वह 2002 में ही भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं दक्षिण में पार्टी के मजबूत नेता हैं. केंद्रीय कोयला मंत्री के साथ तेलंगाना के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं.तीन बार विधायक और संयुक्त आंध्र प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. वह 2019 से लगातार केंद्र में मंत्री हैं. रेड्डी पीएम मोदी के पुराने विश्वस्त हैं। मोदी 1994 में अमरीका गए थे तो रेड्डी भी साथ थे.
बंडी संजय कुमार, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री
बंडी (53 साल) साउथ के ऐसे चेहरे हैं जो हिंदुत्व और ओबीसी दोनों समीकरण साधते हैं. मोदी सरकार में गृह राज्य मंत्री हैं. तेलंगाना की करीमनगर सीट से 2019 से लगातार सांसद बन रहे हैं और अभी गृह राज्य मंत्री हैं, साथ में राष्ट्रीय महासचिव भी हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से पहले अमित शाह और जेपी नड्डा भी राष्ट्रीय महासचिव रहे थे. बंडी, तेलंगाना के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं.संघ पृष्ठभूमि के बंडी एबीवीपी के जरिये छात्र राजनीति की उपज हैं। तमिलनाडु में भी पकड़ रखते हैं.
प्रल्हाद जोशी, केंद्रीय उपभोक्ता मामलात मंत्री
प्रल्हाद जोशी (62 साल) बीजेपी के ऐसे चेहरे हैं, जो सरकार, संगठन और संसदीय मामले, तीनों के माहिर माने जाते हैं. कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष रहे. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में संसदीय कार्य मंत्री के रूप में फ्लोर मैनेजमेंट बखूबी संभाला. विवादों से दूर लो प्रोफाइल रहते हैं.धारवाड़ लोकसभा सीट से लगातार 5वीं बार सांसद हैं। केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री हैं. कर्नाटक की गुटबंदी की राजनीति में समन्वयवादी हैं.
दो महिलाओं का नाम है रेस में आगे
बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में दो महिलाओं का नाम भी आगे चल रहा है.ये दो महिलाएं हैं डी पुरंदेश्वरी और वनथी श्रीनिवासन.दोनों महिलाएं दक्षिण से हैं.पुरंदेश्वरी वर्तमान आंध्र प्रदेश से बीजेपी की राज्य अध्यक्ष हैं और राजामण्ड्रि लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं.वहीं, श्रीनिवासन वर्तमान में बीजेपी की महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के साथ ही तमिलनाडु से कोयंबटूर विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी हैं. इसके साथ ही श्रीनिवासन पार्टी की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी में भी शामिल हैं.
BJP में अब तक 11 नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद संभाला
1 अटल बिहारी वाजपेयी (1980-86)
2 लाल कृष्ण आडवाणी (1986-90, 1993-98, 2004-05)
3 डॉ. मुरली मनोहर जोशी (1991-93)
4 कुशाभाऊ ठाकरे (1998-2000)
5 बंगारू लक्ष्मण (2000-01)
6 जना कृष्णमूर्ति (2001-02)
7 एम. वेंकैय्या नायडू (2002-04)
8 राजनाथ सिंह (2005-09, 2013-14)
9 नितिन गडकरी (2010-13)
10 अमित शाह (2014-20)
11 जगत प्रकाश नड्डा (2020- अबतक)