होली के दिन लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण,भूलकर भी न करें यह गलतियाँ

उत्तराखंड

होली का त्यौहार देशभर में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. रंगों के इस त्यौहार को एक दूसरे को रंग लगाकर होली की बधाई दी जाती है. तो वहीं बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर भी इस त्यौहार को मनाया जाता है. इस साल होली का त्यौहार 14 मार्च को मनाया जाएगा. लेकिन होली के दिन चंद्र ग्रहण चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है. जिसके चलते चंद्र ग्रहण के होली का त्यौहार भी सावधानी से मनाया जाएगा. क्योंकि ग्रहण के समय पूजा करने का विधान नहीं होता. यह वर्ष 2025 का सबसे पहला ग्रहण लग रहा है तो आईए जानते हैं कि इसका क्या प्रभाव रहेगा और ग्रहण के दौरान क्या-क्या सावधानी रखें.

चंद्र ग्रहण लगने का समय: वेदाचार्य पंडित देवी प्रसाद भट्ट नें बताया कि होली के दिन चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. यह चंद्र ग्रहण फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन 14 मार्च के दिन होगा. चंद्र ग्रहण का समय सुबह 10 :40 दोपहर 2:18 मिनट तक रहेगा. यह करीब 4 घंटे का ग्रहण लगने वाला है. इसलिए गर्भवती महिलाओं सहित सभी लोगों को ग्रहण के दौरान सावधानी रखनी चाहिए. क्योंकि चाहे सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण हो दोनों को ही अच्छा नहीं माना जाता जिसके चलते इस दौरान कई बातें हैं, जिसका ध्यान रखना जरूरी है.

भारत में नहीं होगा सूतक काल मान्य: भगवताचार्य प्रमोद बडोनी नें कहा कि जिस समय यह चंद्र ग्रहण होगा उस समय भारत में दिन होगा इसलिए इस चंद्र ग्रहण का भारत में कोई असर नहीं होगा.और न ही उसका सूतक काल यहां मान्य होगा.इस चंद्र ग्रहण का एशिया,अफ्रीका,ऑस्ट्रेलिया,यूरोप,दक्षिण अफ्रीका,पेसिफिक में असर देखने कों मिलेगा.

इस दिन ना करें ये गलतियां: पंडित देवी प्रसाद भट्ट ने बताया कि चंद्र ग्रहण का सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा. लेकिन फिर भी चंद्र ग्रहण को लेकर सावधानी रखनी जरूरी है. ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत होती है. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. उनको ग्रहण लगने के दौरान सोना नहीं चाहिए और ना ही खाना खाना चाहिए.

गर्भवती महिलाएं भूलकर भी न करे ये काम: इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं को हाथों से किसी नुकीली चीज से काम नहीं करना चाहिए. जैसे की सुई धागा या चाकू इत्यादि का प्रयोग नहीं करना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान अगर गर्भवती महिला नुकीली चीज से हाथों से कोई कार्य करती है तो उसका प्रभाव उसके गर्भ में पलने वाले बच्चे पर होता है. जो गर्भवती महिला है उसको चंद्र ग्रहण लगने की पूरी अवधि के दौरान अपनी गोद में नारियल या फिर कांसे का बर्तन रखना चाहिए. इसे नकारात्मक करने का प्रभाव नहीं होता.

वहीं, अगर आम लोगों की बात करें तो उनको भी ग्रहण के समय अगर जरूरी ना हो तो घर से बाहर न निकले. ग्रहण के लगने के दौरान खाना ना खाए और ना ही सोए. चंद्र ग्रहण लगने के दौरान मंदिर के दरवाजे बंद कर देने चाहिए. क्योंकि नकारात्मक किरणें आती है जो अच्छी नहीं मानी जाती. सभी को ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करना चाहिए. ग्रहण के दौरान दान पुण्य करना काफी अच्छा माना जाता है और जरूरतमंदों को भोजन कराना भी काफी लाभकारी माना जाता है.