उत्तराखंड
उत्तराखंड में प्रेमचंद अग्रवाल के मंत्री पद से इस्तीफा और धामी मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच उत्तराखंड में विकास की रफ्तार धीमी पड़ गई है. दरअसल, वित्तीय वर्ष के अंतिम महीने में सबसे अधिक बजट खर्च होते हैं,जिसके कारण विकास कार्यों में रफ्तार दिखाई देती है. लेकिन प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच उत्तराखंड में विकास की रफ्तार धीमी पड़ गई है. क्योंकि वर्तमान समय में विधायकों से लेकर मंत्रियों और मुख्यमंत्री का फोकस सियासी पहलुओं पर ही दिखाई दे रहा है. देहरादून से दिल्ली तक मंत्रिमंडल विस्तार की सरगर्मियां तेज हैं. इसी बीच सियासी पारा चढ़ने से विकास की रफ्तार ठंडी पड़ गई है.इतना ही नहीँ अधिकतर मंत्री और विधायक भी दिल्ली में डेरा डालें हुए हैं.खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में डटे हुए हैं.
प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद CM धामी देख रहें हैं उनके विभाग
हाल ही में प्रेमचंद अग्रवाल के अपने मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उनके सभी विभाग मुख्यमंत्री के जिम्मे आ गए हैं. जबकि मुख्यमंत्री धामी के पास पहले से ही भारी भरकम विभाग हैं. अब सबसे महत्वपूर्ण विभाग वित्त विभाग भी मुख्यमंत्री के हवाले हो गया है. वहीं, दूसरी ओर राजनीतिक उठापटक के बीच मंत्रिमंडल विस्तार की संभावनाओं के चलते मंत्री और विधायक अपना-अपना लाभ साधने की कवायद में जुट गए हैं. किसी भी राज्य के लिए वित्तीय वर्ष का अंतिम महीना काफी महत्वपूर्ण होता है. क्योंकि इस अंतिम महीने में ही विभागों की योजनाओं और व्यय को अंतिम रूप दिया जाता है.
पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी नें मंत्रियों और विधायकों की दिल्ली दौड़ कों लेकर उठाए सवाल
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी नें उत्तराखंड में ज़ारी राजनीतिक उठापटक कों लेकर सवाल उठाए हैं.पूर्व मंत्री नैथानी नें कहा कि पूरी सरकार दिल्ली बैठी हुईं हैं,जिससे विकास कार्य प्रभावित हों रहें हैं.उन्होने कहा कि कुछ नेता अपना मंत्री पद बचाने की जुगत में जुटे हुए हैं. कुछ नेता मंत्री पद पाने के जुगाड़ में लगे हुए हैं. इस बीच जनता भी त्राहिमाम कर रही है. प्रदेश में अब पैसे की खुर्दबुर्द होगी. क्योंकि मार्च महीने में पैसे को निपटाने का काम होता है, जो पिछले कई सालों से देखा जा रहा है. तमाम विभाग हैं जो अपने कुल बजट का 30 से 40 फीसदी हिस्सा भी खर्च नहीं कर पाए हैं. लिहाजा, पैसों की बंदरबांट ना हो कांग्रेस सक्रियता से नजर रखेगी.
इस पूरे मामले पर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी का बयान आया सामने
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी नें इस पूरे मामले में टिप्पणी करतें हुए कहा कि मार्च महीने में बजट खर्च करने की जो परंपरा रही है, उसको सीएम धामी ने अपने कार्यकाल में बदला है. साथ ही साल भर में बजट नियोजन की स्थिति तैयार की है. जिसके चलते समय समय पर जो बजट जारी किया जाता रहा, उसको खर्च भी किया गया. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी नें कहा कि विकास कार्य अलग चलते रहते हैं और राजनीतिक गतिविधियां अलग चलती रहती हैं. लेकिन प्रदेश में अभी कोई राजनीतिक संकट नहीं है. हालांकि, एक मामले में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दिया है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार की जो चर्चाएं हैं, वो मुख्यमंत्री का अपना विशेषाधिकार है. ऐसे में शीर्ष नेतृत्व से चर्चा करने के बाद ही विस्तार की घोषणा होगी.