जनपद पौड़ी में एसएसपी रहते नजीर पेश कर गई श्वेता चौबे

उत्तराखंड में लोकसभा चुनावों की आचार संहिता लगने से ठीक पहले पुलिस मुख्यालय द्वारा तीन ज़िलों के पुलिस कप्तान बदल दिए गए है. पौड़ी, चमोली और पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षकों के हुए तबादलों के बाद इन ज़िलों में नए पुलिस अधीक्षक तैनात कर दिए गए है. बात यदि सबसे बड़े ज़िलें पौड़ी की करें तों यहाँ की एसएसपी रहीं श्वेता चौबे का तबादला पुलिस मुख्यालय कर उनकी जगह पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षक रहें लोकेश्वर सिंह कों एसएसपी पौड़ी बनाया गया है. ट्रांसफर पोस्टिग हालांकि नियमित प्रक्रिया है लेकिन जिस प्रकार लोकसभा चुनावों की आचार संहिता लगने से ठीक पहले श्वेता चौबे कों हटाकर उनकी जगह लोकेश्वर सिंह कों कमान सौंपी गई,उससे कई सवाल खड़े हों गए है. दरअसल जनपद पौड़ी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे के नेतृत्व में जिस प्रकार जिले कों नशा मुक्त और अपराध मुक्त बनाने का अभियान चलाया गया उसके लिए उन्हें राष्ट्रपति पदक पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया. जनपद पौड़ी के पुलिस इतिहास में सबसे कम समय में सबसे अधिक मादक पदार्थो की बरामदगी के साथ ही अपराधियों कों जेल भेजनें के रिकार्ड के साथ साथ सबसे अधिक हिस्ट्रीशीटरों और गुंडा एक्ट में कानूनी कार्यवाही भी श्वेता चौबे के कार्यकाल में हुईं. इतना ही नहीं जनपद पौड़ी के सबसे बड़े शहरों कोटद्वार,पौड़ी और श्रीनगर के चप्पे चप्पे पर सीसीटीवी लगाने का काम भी श्वेता चौबे के कार्यकाल में हुआ.छत्तीसगढ़ के डीजीपी रहें विजय शंकर चौबे की बेटी IPS अधिकारी चौबे कों जनपद पौड़ी की कमान अक्टूबर 2022 में ऐसे समय में दी गई ज़ब अंकिता हत्याकांड के बाद हालात बिगड़ने लगें थे,तब भी श्वेता चौबे नें मौक़े पर पहुंच कर अनियंत्रित भीड़ कों न केवल नियंत्रित किया बल्कि अंकिता हत्याकांड के तीनों आरोपियों के खिलाफ हिस्ट्रीशीट की कार्यवाही करतें हुए पुलकित आर्य की कई संपत्तियां फ्रीज करवा दी थीं. जनपद पौड़ी में महिला हिंसा सहित तमाम बड़े अपराधों का अपने कार्यकाल में शत प्रतिशत अनावरण करवाने वाली श्वेता चौबे ही वह पहली महिला पुलिस अधिकारी थीं जिसके कार्यकाल के दौरान पौड़ी के ग्रामीण इलाकों में भी क़ानून व्यवस्था मजबूत करने के लिए नए थाना चौकी खोलें गए.2024 के लोकसभा चुनाव जनपद पौड़ी में शांति पूर्वक सम्पन्न करवाने के लिए लगातार बैठकों और स्थलीय भ्रमण के जरिए ग्राउंड ज़ीरो पर जाकर व्यवस्थाओं जायजा लेने वाली श्वेता चौबे अपने कार्यकाल के दौरान जिले में जों नजीर पेश कर गई उसकी हर क़ोई मिशाल दें रहा है.