वैदिक मन्त्रोंचार के साथ खुलें बद्रीनाथ के कपाट, श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाव

उत्तराखंड में बद्रीनाथ धाम के भी रविवार कों श्रद्धालुओं के लिए कपाट खुल गए हैं. रविवार सुबह 6 बजे वैदिक मंत्रोच्चार और ‘बद्री विशाल लाल की जय’ के उद्घोष के बीच श्रद्धालुओं के लिए बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए गए हैं और इसके मद्देनजर बद्रीनाथ धाम को खूबसूरत फूलों से सजाया गया है.इससे पहले ब्रह्ममुहूर्त में गणेश और द्वार की पूजा की गई. 

इस दौरान सेना के बैंड की मधुर धुनों के बीच श्रद्धालु भगवान बद्री विशाल के जयकारे लगाते हुए नजर आए.पहले दिन करीब 20 हजार से अधिका श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. वहीं केदारनाथ में पहले दिन 32 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है.”

“चार धाम यात्रा शुरू

विश्व प्रसिद्ध श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट 6 माह के अंतराल के बाद खुले हैं. पिछले साल 18 नवंबर से शीतकाल के लिए बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद कर दिए गए थे. इसके साथ ही उत्तराखंड के चार धामों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं. इससे पहले तीन धाम श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री धाम के कपाट बीते शुक्रवार अक्षय तृतीया के दिन 10 मई को ही खोले जा चुके हैं.”

“श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) द्वारा कपाट खोलने के लिए विशेष तैयारियां की गई थीं. कपाट खुलने के अवसर पर श्री बद्रीनाथ मंदिर को श्री बद्रीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश के सहयोग से मंदिर समिति द्वारा सजाया गया है.”

“नवंबर तक रहती है जारी

बद्रीनाथ यात्रा हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा है, जो मुख्य रूप से भगवान विष्णु के भक्तों द्वारा की जाती है. उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित पवित्र धाम बद्रीनाथ समुद्र तल से 3,133 मीटर (10,279 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है. तीर्थयात्रा आम तौर पर अप्रैल के अंत या मई की शुरुआत में शुरू होती है और नवंबर तक जारी रहती है”